Computer किसे कहते हैं यह कितने तरह के होते हैं

Computer किसे कहते हैं यह कितने तरह के होते हैं

दोस्तों आप सभी Computer से पूरी तरह परिचित हैं. वर्तमान युग को कंप्यूटर युग कहा जा सकता है क्योंकि हमारे दैनिक जीवन में कंप्यूटर की उपयोगिता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं. स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, बैंको आदि मे लोग कंप्यूटर का ही उपयोग करते नजर आते हैं. बिजली के बिल से लेकर हवाई जहाज के टिकट तक सब काम कंप्यूटर की मदद से ही सम्भव हो पा रहे हैं. कंप्यूटर की मदद से टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन नई उचाइयां हासिल कर रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं Computer किसे कहते हैं,Computer कितने तरह के होते हैं,Computer शब्द का मतलब क्या होता है, Computer की कितनी पीढ़ियां है,Computer के कितने भाग है,Computer के उपयोग क्या है, Computer के प्रमुख गुण क्या है. आज इस आर्टीकल में आपको Computer की परिभाषा सहित उसके विभिन्न प्रकारों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा. Computer के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टीकल को अंत तक जरूर पढ़ें और यदि आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर भी शेयर करें.
Computer किसे कहते हैं,Computer कितने तरह के होते हैं,Computer शब्द का मतलब क्या होता है, Computer की कितनी पीढ़ियां है,Computer के कितने भाग है,Computer के उपयोग क्या है, Computer के प्रमुख गुण क्या है
Computer किसे कहते हैं यह कितने तरह के होते हैं

Computer किसे कहते हैं- What is Computer

Computer एक इलेट्रॉनिक डिवाइस है जो मानव द्वारा दिए गए निर्देशों पर कार्य कर पूर्ण परिणाम देता है. एक कंप्यूटर का निर्माण हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से सम्भव हो पाता है. Computer एक अंग्रेजी शब्द है जो कि Compute से मिलकर बना है जिसका हिंदी अर्थ होता है गणना करना( Calculation ) इसे सबसे पहले कैल्कुलटिंग डिवाइस के रूप में जाना जाता था क्योंकि यह सिर्फ गणना कार्य कर पाने में सक्षम था. लेकिन वर्तमान समय की हम बात करे तो कंप्यूटर हमारे लिए बहुत से कार्य जैसे कि इंटरनेट की मदद से दूर बैठे व्यक्ति से वीडियो कांफ्रेंसिंग करना, ईमेल भेजना, अधिक डाटा को संग्रहित करना, ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन आवेदन, ऑनलाइन एग्जाम आदि आसानी से कर सकता है. वर्तमान समय में कंप्यूटर एक तीव्र गति से शत प्रतिशत सही परिणाम देने वाली इलेट्रॉनिक डिवाइस है जो कि संग्रहित प्रोग्राम्स के आधार पर इनपुट डेटा को लेता है और प्रोसेस करके आउटपुट देता है. कंप्यूटर हमारे लिए विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसकी मदद से अनेक कार्य बिना किसी परेशानी के सम्भव हो पा रहे हैं इन सबके अलावा कंप्यूटर में हाई स्टोरेज कैपेसिटी भी उपलब्ध रहती हैं जिसमे हम बड़े से बड़े डाटा को भी आसानी से सुरक्षित रख सकते हैं. कंप्यूटर में मुख्यत दो तरह की स्टोरेज कैपेसिटी होती हैं इंटरनल स्टोरेज और एक्सटर्नल स्टोरेज.

Computer शब्द का मतलब

विश्व की जानी मानी ऑक्सफोर्ड डिक्सनरी के अनुसार Computer एक ऐसी इलेट्रॉनिक डिवाइस है जिसका उपयोग अनेक प्रकार के तर्क पूर्ण गणनाओं के लिए किया जाता हैं. यह एक प्रोग्रामेबल मशीन है जिसे संगणक भी कहा जाता हैं. Computer शब्द का फुल फॉर्म है-Common Operating Machine Particular Used for Trade Education Research (C.O.M.P.U.T.E.R.)
जिन शब्दों का अर्थ निम्न प्रकार से है-
Common- सामान्य
Operating- चलना
Machine-यंत्र
Particular-विशेष रूप से
Used for-इस्तेमाल के लिए
Trade-तकनीक
Education-शिक्षा
Research-खोज
इन सब शब्दों को मिलाकर Computer शब्द का निर्माण हुआ है और Computer शब्द की उत्पत्ति Compute से हुई हैं जिसका अर्थ होता हैं गिनती करना या गणना करना. इसलिए कंप्यूटर एक गणना यंत्र के रूप में भी जाना जाता है. कंप्यूटर दिए गए न्यूमेरिक तथा लॉजिकल क्रियाओं को क्रम से स्वतः करने में सक्षम हैं. कंप्यूटर इनपुट डेटा लेता है और प्रोसेसिंग डिवाइस के द्वारा प्रोसेस होने पर आउटपुट डेटा देता है और साथ ही हमारे सभी जरूरी डाटा को इनपुट के रूप में ग्रहण कर अपने अंदर स्टोरेज डिवाइस में सुरक्षित रखने का कार्य भी करता है.

Computer के प्रकार

कंप्यूटर को मुख्यतः तीन तरह से विभाजित किया गया है, जो कि निम्न प्रकार से है-

1. कार्य के आधार पर
2. उद्देश्य के आधार पर
3. साइज या आकार के आधार पर

अब हम इन सभी के बारे में नीचे विस्तार से बारी बारी समझेंगे.

कार्य के आधार पर- कंप्यूटर को उसके कार्यप्रणाली के आधार पर हम तीन भागों एनालॉग, डिजिटल और हाइब्रिड में बाट सकते हैं-

एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)

जिन कंप्यूटरों का उपयोग मुख्य रूप से विज्ञान और इंजीनियरिंग में किया जाता हैं एनालॉग कंप्यूटर कहलाते हैं. इनका प्रयोग दाब,ताप, परिमाप आदि में किया जाता हैं.

डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)

इस तरह के कंप्यूटर अंको की गणना करते हैं इनका उपयोग व्यापार, घर का बजट चलाने आदि कार्यों में किया जाता हैं.

हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)

इस तरह के कंप्यूटर्स में एनालॉग और डिजिटल दोनों ही तरह के कंप्यूटर के गुण होते हैं. इन कंप्यूटर में कई तरह के गुण होते हैं.

उद्देश्य के आधार पर- उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर दो भागों जनरल पर्पस और स्पेशल पर्पस में वर्गीकृत किया गया है-

स्पेशल पर्पस (Special Purpose)

इस तरह के कंप्यूटर्स को विशेष उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता हैं. इनकी क्षमता और कीमत दोनो ही अधिक होती हैं. इनका उपयोग विशेष उद्देश्य जैसे शोध, कृषि,अंतरिक्ष विज्ञान आदि में किया जाता हैं.

जनरल पर्पस (General Purpose)

इस तरह के कंप्यूटर को सामान्य उद्देश्य के लिए तैयार किया जाता हैं. इनकी क्षमता और कीमत दोनों ही कम होती हैं. इनका उपयोग साधारण पत्र लेखन, दस्तावेज प्रिंट करने आदि में अधिक किया जाता हैं.


साइज या आकार के आधार पर- साइज या आकार के हिसाब से कंप्यूटर को पाँच भागों में बाट सकते हैं-

सुपर कंप्यूटर (Super Computer)

इस तरह के कंप्यूटर सबसे महंगे और बड़े आकार के होते हैं. इन पर एक साथ अनेक लोग काम कर सकते हैं. ये अधिक तीव्र गति से काम करने वाले और अधिक क्षमता वाले होते हैं. सुपर कंप्यूटर में एक से अधिक CPU लगाए जा सकते हैं.

मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)

इस तरह के कंप्यूटर अधिक गति और मैमोरी वाले होते हैं जिनमे एक से अधिक CPU भी लगाए जा सकते हैं. ऐसे कंप्यूटर्स माइक्रो कंप्यूटर से अधिक महंगे होते हैं. इस तरह के कंप्यूटर बैंकिंग और यातायात प्रणालियों में अधिक उपयोगी हैं.


मैन फ्रेम कंप्यूटर (Main Frame Computer)

मैन फ्रेम कंप्यूटर मिनी कंप्यूटर से अधिक गति और क्षमता वाले होते हैं. इनका आकार बड़ा तथा डाटा पर तीव्र प्रोसेस करने का गुण होता हैं. इस तरह के कंप्यूटर्स का उपयोग बैंको,रेल्वे, बड़ी कंपनियों और सरकारी विभागों में अधिक होता हैं.

माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)

इस तरह के कंप्यूटर में माइक्रो प्रोसेसर का उपयोग किया जाता हैं तथा यह कंप्यूटर अन्य कंप्यूटर्स से आकार में छोटे होते हैं. माइक्रो कंप्यूटर वे सभी कार्य आसानी से कर सकता है जिन्हें अन्य दूसरे कंप्यूटर कर सकते हैं.इस तरह के कंप्यूटर पर एक समय मे एक ही व्यक्ति कार्य कर सकता है.


डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer)

इस तरह के कंप्यूटर को डेस्क के ऊपर रखा जाता है या सेट किया जाता हैं, इनमे एक सी.पी.यू.(C.P.U), मॉनिटर(Monitor),कीबोर्ड (Keyboard) और माउस(Mouse) होते हैं जिनसे मिलकर एक डेस्कटॉप कंप्यूटर तैयार होता हैं. यह कंप्यूटर बहुत ही कम कीमत में उपलब्ध हो जाते हैं तथा एक स्थान से दूसरे स्थान पर इन्हें लाना ले जाना थोड़ा मुश्किल होता हैं.


Computer की पीढ़ियां

शुरुआत के समय मे कंप्यूटर वर्तमान कंप्यूटर जैसे नही थे, इनका आकार बहुत बड़ा और मूल्य अधिक हुआ करता था. समय के साथ साथ इनमे बदलाव होता गया जिसकी वजह से कंप्यूटर पीढ़ियों का जन्म हुआ.हर पीढ़ी में इनके आकार,गति और कार्यप्रणाली में परिवर्तन होता गया. जिसकी वजह से वर्तमान कंप्यूटर का निर्माण हुआ.कंप्यूटर के निरंतर विकास के प्रकम को कंप्यूटर पीढ़ियों के रूप जाना जाता हैं. जो इस प्रकार है-

प्रथम पीढ़ी 1945-1955 (First Generation) 

इस पीढ़ी की शुरुआत 1945 से मानी गई हैं. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों में मशीनी भाषा और वैक्यूम ट्यूब आदि का इस्तेमाल किया गया था. मैमोरी के लिए पंचकार्ड एवं चुम्बकीय टेप का उपयोग किया गया था. ये कंप्यूटर आकार में काफी बड़े और भारी थे. इनका उपयोग सीमित था.

द्वितीय पीढ़ी 1955-1964 (Second Generation)

इस पीढ़ी की शुरुआत 1955 से 1964 के मध्य मानी जाती हैं. इस पीढ़ी के कंप्यूटर का जनक willom shockly को माना जाता है क्योंकि उन्होंने सर्वप्रथम ट्रांजिस्टर का उपयोग किया था. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में मैमोरी के लिए चुम्बकीय टेप का उपयोग किया गया था.

तीसरी पीढ़ी 1964-1975 ( Third Generation)

इस पीढ़ी की शुरुआत 1964 से 1975 के मध्य मानी गई हैं. इस पीढ़ी के कंप्यूटर्स में इंटेग्रेटेड सर्किट का उपयोग किया गया था. जिसकी खोज jack kilby ने 1958 में की थी. इनमे स्टोरेज के लिए चुम्बकीय डिस्क का उपयोग किया गया था.


चौथी पीढ़ी 1975-1989 (Fourth Generation)

इस पीढ़ी के कंप्यूटर्स की शुरुआत 1975 से 1989 के मध्य मानी गई हैं.इनमे VLSI तकनीक यानी वेरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन का उपयोग किया गया था. इनमे हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा का प्रयोग किया गया था.

पांचवी पीढ़ी 1989- वर्तमान समय तक (Fifth Generation)

इस पीढ़ी की शुरुआत 1989 से अब तक मानी जाती हैं. इनमे अल्ट्रा लार्ज स्केल तकनीक और हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता हैं.इस पीढ़ी के कंप्यूटर आधुनिक तकनीक से पूरी तरह लेस है. इनकी कार्य करने की गति और डाटा स्टोर करने की क्षमता अधिक है.


Computer के भाग

कंप्यूटर के कई भाग आपस मे जुड़कर कार्य करते हैं जिन्हें मुख्यत 6 भागों में बांटा जा सकता है-

1.इनपुट यूनिट (Input Unit)

इनपुट डिवाइस वे है जिनकी मदद से कंप्यूटर को इनपुट दिया जाता हैं कीबोर्ड,माउस,माइक्रोफोन आदि इनपुट डिवाइस के उदाहरण हैं. इनके बिना कंप्यूटर पर कार्य कर पाना असंभव है कोई भी गणना एव कार्य के लिए इनपुट यूनिट का जुड़ा होना आवश्यक होता हैं.

2. आउटपुट यूनिट (Output Unit)

मॉनिटर,प्रिंटर,स्पीकर आदि आउटपुट यूनिट के प्रमुख भाग है जिनका उपयोग प्रोसेस के बाद प्राप्त परिणाम की जानकारी के लिए किया जाता हैं. इनके बिना कंप्यूटर से कोई भी रिजल्ट या परिणाम प्राप्त कर पाना संभव नहीं है.

3. कंट्रोल Unit (Control Unit)

CPU एक प्रकार का कंट्रोल यूनिट ही है जो कि कंप्यूटर से जुड़े विभिन्न इनपुट,आउटपुट डिवाइस पर पूरी तरह से कंट्रोल करता है.इसके अंदर कंप्यूटर के प्रमुख भाग रेम,हार्डडिस्क,मदरबोर्ड आदि लगे होते हैं. इसके कारण ही कंप्यूटर किसी भी गणना एव कार्य को कर पाने में सक्षम हो पाता है. इसका प्रमुख कार्य इनपुट पर प्रोसेस कर आउटपुट प्रदान करना होता हैं.

4. इंटरनल मैमोरी (Internal Memory)

इंटरनल मेमोरी दो तरह की होती हैं RAM और ROM जिनका उपयोग आवश्यकता अनुसार डेटा को रन करने में किया जाता हैं. RAM का मतलब होता है रेंडम एक्सेस मेमोरी और ROM का मतलब होता हैं रीड ओनली मैमोरी. RAM में उपस्थित जानकारी कंप्यूटर बन्द करने पर मिट जाती हैं और इसका प्रयोग तब ही किया जा सकता है जब तक कंप्यूटर ऑन रहता है. ROM में उपस्थित जानकारी को सिर्फ पढ़ा जा सकता है उसमें परिवर्तन नही किया जा सकता है.

5.  स्टोरेज यूनिट (Storage Unite)

इस यूनिट का उपयोग कंप्यूटर में विभिन्न प्रकार के डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं. स्टोरेज यूनिट दो तरह की होती है जिनमे इंटरनल स्टोरेज और एक्सटर्नल स्टोरेज. कंप्यूटर में लगी हार्ड डिस्क इंटरनल स्टोरेज का उदाहरण हैं जबकि पेन ड्राइव, डीवीडी पोर्टेबल हार्ड डिस्क एक्सटर्नल डिवाइस के उदाहरण हैं.

6. संचार (Communication)

इस यूनिट की उपयोगिता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं क्योंकि इनके माध्यम से ही कंप्यूटर में इंटरनेट का उपयोग कर पाना सम्भव होता हैं. वाई फाई, मॉडेम, रिसीवर आदि इसी श्रेणी में आते हैं जिनकी मदद से इंटरनेट चलाया जाता हैं.

Computer के उपयोग

कंप्यूटर के उपयोग को यदि हम बात करे तो वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर का उपयोग नही किया जाता हो. स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, बैंक, पोस्टऑफिस हर जगह हमे लोग कंप्यूटर पर ही कार्य करते नज़र आते हैं. नीचे हम कंप्यूटर के विभिन्न उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे-

1. बैंकिंग (Banking)

बैंकिंग कार्य बिना कंप्यूटर के एक सम्भव कार्य प्रतीत होता है. बैंको में कंप्यूटर की मदद से ऑनलाइन खाते की जाँच, पैसे निकालना जमा करना आदि कार्य सम्भव हो पाते हैं. आजकल सभी बैंकों में ग्राहकों को ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा भी उपलब्ध करा दी गई है.ऐसे में बैंकिंग क्षेत्र में कंप्यूटर का महत्व और अधिक बढ़ जाता हैं.


2. व्यवसाय (Business)

व्यवसाय में कंप्यूटर का उपयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. लगभग हर प्रकार का व्यवसाय अब कंप्यूटर की मदद से सम्भव हो पा रहा है. कंप्यूटर पर इंटरनेट की मदद से व्यापार को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया जा सकता है जिससे कि व्यवसाय तेजी से फैलता और आगे बढ़ता है. वर्तमान समय ऑनलाइन बिज़नेस का आ गया है जिसकी मदद से कम समय में व्यवसाय में ऊंची उपलब्धि प्राप्त की जा सकती हैं.

3. शिक्षा (Education)

जब से शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग बड़ा है तब से शिक्षा का स्तर बढ़ गया है. विद्यार्थी अब घर बैठे कंप्यूटर पर इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन क्लास ले सकते हैं और साथ ही कठिन से कठिन सवाल का हल खोज सकते हैं. यह विद्यार्थियों के लिए कोई भी इंफॉर्मेशन प्राप्त करने का सबसे बढ़िया साधन हैं. अब तो सभी विद्यालयों में छात्र/छात्राओं के लिए कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है.

4. हॉस्पिटल (Hospital)

कंप्यूटर का उपयोग हमे अस्पतालों में भी देखने को मिल जाता हैं जिनका उपयोग अस्पताल में आने वाले रोगियों का डाटा आदि रखने में किया जाता हैं. आजकल दवाई के बिल से लेकर हॉस्पिटल की पर्ची तक सभी कुछ कंप्यूटर की मदद से ही किया जाता हैं. कंप्यूटर के बिना यह सब रिकॉर्ड रख पाना असंभव हो जाता.

5. खेल (Sports)

खेलकूद से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए खिलाड़ी एवं कोच कंप्यूटर की ही मदद लेते हैं और अपने खेल में सुधार करते हैं. बिना किसी कंप्यूटर के यह सब कर पाना मुश्किल कार्य है.

6. मनोरंजन (Entertainment)

कंप्यूटर का उपयोग मनोरंजन के क्षेत्र में भी अधिक हो रहा है ऑनलाइन मूवी, थ्रीडी गेम्स आदि मनोरंजन के सबसे बढ़िया साधन है जो बिना कंप्यूटर के हमे उपलब्ध होना नामुमकिन है.

7. सरकारी कामकाज (Government work)

सभी सरकारी दफ्तरों में और कार्यों में कंप्यूटर का उपयोग होता हैं. कंप्यूटर के इस्तेमाल से सभी कामों को जल्दी और आसानी से कर पाना संभव हो पाता है.सरकारी कामकाज में कंप्यूटर का उपयोग अलग अलग पर्पस के लिए किया जाता हैं.

8. मौसम विभाग (Whether Department)

मौसम विभाग में मौसम से जुड़ी जानकारी और अनुमान के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता हैं. कंप्यूटर द्वारा मौसम की जानकारी पहले ही प्राप्त कर ली जाती हैं जो कि हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है.

9. खोज एवं विज्ञान (Research and Science)

कई नई खोज और विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता हैं. पूरी दुनिया में आए दिन कई खोजे हो रही हैं जो कि बिना कंप्यूटर के कर पाना संभव नहीं है. आज विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर का बड़ा महत्व हो चूका हैं.

10. रक्षा (Defence)

रक्षा क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग बहुत आवश्यक हो गया है. कंप्यूटर की मदद से नए निसाइल परीक्षण और हथियार परीक्षण सम्भव हो पाते हैं. युद्ध और आपातकालीन स्थिति में कंप्यूटर की मदद से ही रणनीति तैयार की जाती हैं.

Computer के प्रमुख गुण

कंप्यूटर कुछ गुणों के कारण किसी कार्य को कर पाने में इतना सक्षम हो पाता है जो कि निम्न प्रकार से है-

1. गति (Speed)

कंप्यूटर के कार्य करने की क्षमता बहुत तीव्र होती हैं. इसकी कार्य करने की गति को नैनो, पिको और माइक्रो सेकंड में मापा जाता हैं. यह बड़ी से बड़ी गणना को भी आसानी से सेकंड से भी कम समय मे पूरा कर सकता है. यह गुण कंप्यूटर के प्रमुख गुणों में से एक है.

2. सुद्धता (Accuracy)

कंप्यूटर से प्राप्त परिणाम की यदि हम बात करे तो कंप्यूटर से प्राप्त होने वाले सभी परिणाम सही और सटीक होते हैं जिन पर विश्वास किया जा सकता है. कंप्यूटर में की गई गणना और रिसर्च पूरी तरह से सही होती हैं इसलिए कंप्यूटर का अधिक उपयोग किया जा रहा है.

3. लगन (Diligence)

कंप्यूटर किसी भी कार्य को लंबे समय तक कर पाने में सक्षम हैं. इसकी मदद से बिना रुके लगातार 24 घण्टे कोई गणना या कार्य किया जा सकता है. जबकि मानव कुछ समय बाद थक जाता हैं जबकि कंप्यूटर में ऐसा कुछ भी नहीं है. कंप्यूटर एक इलेट्रॉनिक डिवाइस है जिसे चलने के लिए सिर्फ विधुत की आवश्यकता होती हैं.

4. चंचलता (Versatility)

कंप्यूटर में एक साथ अनेक कार्य किए जा सकते हैं. कंप्यूटर एक मल्टीपल मशीन है जैसे इसमे एक साथ म्यूजिक सुनते हुए टाइपिंग करने का आनंद ले सकते हैं.

5. भंडारण क्षमता (Storage capacity) 

कंप्यूटर में स्टोरेज कैपिसिटी होती हैं जिसकी बदौलत बड़े से बड़े डाटा को भी कंप्यूटर में स्टोर किया जा सकता है.कंप्यूटर में प्राइमरी और सेकण्डरी दो तरह की मैमोरी होती हैं.सेकेंडरी मैमोरी का उपयोग डेटा को आदान प्रदान करने के लिए किया जाता हैं.

6. याद रखने की योग्यता (Remembering Ability)

कंप्यूटर में मैमोरी का प्रयोग किया जाता हैं जो कि आवश्यकता पड़ने पर डाटा को रीड कर सकता है. जब तक इस डाटा को डिलीट नही किया जाता हैं यह कंप्यूटर की मैमोरी में सुरक्षित रहता है.

Conclusion and Final Words
इस आर्टीकल में आपने जाना Computer किसे कहते हैं, Computer कितने तरह के होते हैं, Computer शब्द का मतलब क्या होता है, Computer की कितनी पीढ़ियां है, Computer के कितने भाग है, Computer के उपयोग क्या है, Computer के प्रमुख गुण क्या है. यदि अब भी आपके मन मे कंप्यूटर से जुड़ा कोई सवाल है तो हमे कमेंट करके जवाब पूछ सकते हैं. हमे पूरी आशा है कि यह आर्टीकल आपको काफी पसंद आया होगा. इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें.

Post a Comment

Please do not enter in the spam comment box

Previous Post Next Post