हेलो दोस्तों। आज हम बात करने वाले हैं बीमा पॉलिसी के बारे। अगर आप इस आर्टीकल को पढ़ने आए हैं तो जरूर आप बीमा पॉलिसी से जुडी समस्त जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि आखिर बीमा पॉलिसी क्या होती हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं। बीमा से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टीकल को अंत तक जरूर पढ़ें। यदि हमारी यह जानकारी अच्छी लगे तो आगे भी शेयर करें।
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Bima Yojana scheme |
बीमा क्या होता है Bima Kya hota hai
बीमा आने वाले समय में होने वाली सम्भावित घटना से बचने के लिए प्रभावी समाधान के रूप में देखा जा सकता है। कोई भी अनहोनी या जोखिम भरी स्थिति में बीमा हमारी आर्थिक समस्या का हल करता है। इस सुविधा के अंतर्गत बीमा कंपनी बीमित व्यक्ति से चयनित बीमा पॉलिसी के हिसाब से कुछ तय प्रीमियम राशि लेता है और जोखिम भरी इस्तिथि के देखते हुए हर्जाना राशि देता है। इस हिसाब से बीमा योजना को दो रूप में देखा जा सकता है पहला होता है जीवन बीमा और दूसरा होता है साधारण बीमा।
जीवन बीमा- इसके अंतर्गत किसी व्यक्ति का बीमा आता है। जब किसी व्यक्ति का बीमा पॉलिसी लेने के बाद दुर्घटना या किसी अन्य कारण से आकस्मिक निधन हो जाता है तब बीमा कंपनी व्यक्ति पर आश्रित परिवार के मुख्य नॉमिनी सदस्य को मुआवजा राशि देता है। यह मुआवजा राशि बीमित व्यक्ति और बीमा कंपनी के बीच तय पॉलिसी प्लान के अनुरूप होती हैं। वर्तमान में कई ऐसी बीमा कंपनी है जो कि कम प्रीमियम पर अच्छी धनराशि प्रदान करती हैं। जिसमे LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम ) सबसे अधिक प्रचलित और विश्वसनीय कंपनी है।
साधारण बीमा के अंतर्गत वाहन,घर,पशु,फसल, स्वास्थ्य आदि आते हैं। इनमे से किसी का भी बीमा कराने पर कोई नुकसान होने पर बीमा कंपनी हर्जाना राशि देती हैं।
अब साधरण बीमा को विस्तार से समझते हैं-
वाहन बीमा- वर्तमान में वाहन बीमा कराना अनिवार्य है। अगर कोई व्यक्ति बिना वाहन का बीमा कराए उस वाहन को चलाता हुआ ट्रैफिक पुलिस द्वारा पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भुगतान पड़ता है और बिना बीमा किसी वाहन से कोई दुर्घटना होती हैं तो पूरी हर्जाना राशि गाड़ी मालिक को देनी पड़ती हैं। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए वाहन बीमा अनिवार्य है। अगर वाहन का बीमा है तो बीमा कंपनी सती पूर्ति करती हैं।
स्वास्थ्य बीमा- इस बीमा के अंतर्गत बीमित व्यक्ति को किसी भी प्रकार की गम्भीर बीमारी होने पर अस्पताल में होने वाले ख़र्चे के लिए राशि दी जाती हैं और बीमित व्यक्ति पर अतिरिक्त भार नही पड़ता है।
यात्रा बीमा- इस बीमे में यात्रा के दौरान होने वाली किसी आकस्मिक घटना को देखते हुए बीमा किया जाता है। जैसे कि किसी व्यक्ति के बाहर घूमने जाने पर सामान आदि चोरी होना, यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना होना।
फसल बीमा- यह बीमा पॉलिसी किसानों के लिए बहुत कारगर साबित हुई है। अगर कोई किसान फसल उगाता है उस दौरान किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, आग लगने या कोई रोग लग जाने पर बीमा कंपनी मुआवजा देती हैं।
कारोबार बीमा-इस तरह के बीमे में कोई भी कंपनी द्वारा होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करती हैं। इसको लायबिलिटी बीमा भी कहा जाता है।
समाप्ति
अभी आपने बीमा से सम्बंधित समस्त जानकारी प्राप्त की है। यदि आपके मन में अब भी बीमा से जुड़ा कोई सवाल है तो हमे कमेंट कर सकते हैं।
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