micromax-भारत की सबसे बड़ी mobile निर्माता कंपनी।

micromax-भारत की सबसे बड़ी mobile निर्माता कंपनी।

Hello!!दोस्तो कैसे है आप सभी?आज हम बात करने वाले है भारत की जानी मानी mobile निर्माता कम्पनी micromax के बारे में। कैसे micromax भारत मे दूसरी सबसे बड़ी mobile निर्माता कम्पनी बन कर उभरी और आज हालात यह है कि micromax mobiles का नाम पूरी तरह से गायब हो चुका है। हाल ही में micromax mobile की तरफ से एक tweet किया गया जिसमें उन्होंने हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की तरफ से चल रहे आत्मनिर्भर अभियान को लेकर कहा- चलिए इस महामारी के समय को एक अवसर में बदल देते हैं,"आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए। अब हमें देखना यह है कि क्या फिर से एक बार micromax स्मार्ट फोन की दुनिया में कुछ नया करने वाला है।आज हम micromax mobiles के बारे मे कुछ बाते जानते है।


micromax कम्पनी की शुरुआत कैसे हुई-


micromax information की शुरुआत सन1991 में  राजेश अग्रवाल ने की थी। तब micromax कम्पनी Dell, HP, Sony जैसी बड़ी कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर के रूप मे काम करती थी। बाद में micromax में जब अन्य पार्टनर शामिल हुए राहुल शर्मा, विकास जैन, सुमित अरोड़ा। इन सभी ने मिलकर विचार किया micromax को mobile निर्माता कंपनी के रूप में कार्य करना चाहिए और इस तरह आगे चलकर साल 2000 में micromax कम्पनी ने mobiles बनाना शुरू कर दिया,जिसमे micromax कम्पनी को पूरी सफलता मिली। mobile phone में मिली सफलता के बाद micromax ने tablet बनाना शुरू किया और funbook लॉन्च की। जिसे लोगो ने खूब पसन्द किया। आगे चलकर micromax ने android power smart phone लॉन्च करना शुरू किया और micromax की  canvas सीरीज तो लोगो की पहली पसंद बन गई थी।इस प्रकार micromax ने भारत में दूसरी सबसे बड़ी mobile निर्माता कंपनी के रूप में अपनी पहचान बना ली थी और साल 2013 तक 22% मार्केट शेयर पर अपना अधिकार जमा लिया था। एक समय तो ऐसा आया जब micromax mobile को भारत में लोग दुनिया की सबसे बड़ी mobile निर्माता कम्पनी samsung से भी अधिक पसंद करने लगे थे।


micromax mobiles को लोगो ने क्यों पसन्द किया-


micromax mobile मेनलिक फ़ीचर्स phone मेकर था। जिसके अधिकतर mobile phone की रेंज 2000 से 10000 के बीच की थी। micromax के अधिकतर phone रूलर एरिया में उपयोग किये जाते थे। micromax के लगभग सभी mobiles का बेट्री बैकअप बहुत अच्छा था।कुछ mobile तो ऐसे भी थे जिनको एक बार चार्ज करने के बाद 20-25 दिन तक चलाया जा सकता था और रूलर एरिया में पॉवर की सबसे अधिक प्रॉब्लम रहती थी।जिसकी वजह से लोग micromax के mobile लेना पसंद करते थे।साथ ही उन सभी mobiles की प्राइज भी ऐसी होती थी जिसे हर कोई अफ़्फोर्ड कर सकता था। यही वजह थी कि micromax का X1i जो कि पहला फीचर phone था,लोगो को खूब पसंद आया। इन सबके अलावा micromax ने मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में भी कोई कमी नहीं रखी थी। अक्षय कुमार तथा ट्विंकल खन्ना जैसे बड़े फिल्मी सितारे उनके ब्रांड एंबेसडर थे।यहाँ तक कि जब साल 2013 में micromax टॉप3 smart phone कंपनीज में आ गई तो हॉलीवुड स्टार ब्लू जैकमैन को micromax द्वारा ग्लोबल एक्सपोन्सन के लिए हॉयर किया गया था। जिससे micromax एक ब्रैंड के रूप में पूरी दुनिया में फेमस हो गया।


micromax mobile कम्पनी के downfall का कारण-


micromax mobile के downfall का सबसे बड़ा कारण रिलायन्स jio को माना जा सकता है। 1सिंतबर2016 को रिलायन्स jio द्वारा फ्री call फ्री deta और फ्री sms की घोषणा के साथ ही भारत में इंटरनेट deta का गेम पलट गया। रिलायन्स jio आने से पहले लोग लिमिटेड deta यूज़ करते थे। तब इंटरनेट के चार्जेज बहुत अधिक हुआ करते थे। लेकिन जब रिलायन्स jio आया तो उसने सुरुवात के कुछ महीनों तक इंटरनेट और सभी call,sms फ्री कर दिए। जिसके चलते सभी लोग रिलायन्स jio की तरफ शिफ्ट होने लगे। यही समय micromax mobile के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। इस फ्री इंटरनेट और call के लिए लोग 4G हैंडसेट लेने लगे। उस वक़्त micromax का 4G में कोई प्रेजेंस नही था। micromax mobiles ने कभी नही सोचा था कि लोग 3G से 4G में इतनी जल्दी शिफ्ट होंगे। ऐसे वक्त में micromax 4G smart phone तुरंत मार्केट में नही ला पाया। इसका मुख्य कारण यह था कि micromax mobiles के पास बहुत सारी 3G smart phone यूनिट तैयार थी,जो अब तक बेची नहीं गयी थी। ऐसे में micromax mobiles की पहली कोशिश यही थी कि तुरन्त 3G smart phones को बेचा जाए और उनसे जो पैसा आए उन्हें 4G smart phone सेगमेंट के लिए खर्च किया जाए। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। xiomi, oppo, vivo जैसी चाइनीस कंपनियों ने भारत में अपना कदम रख दिया था। xiomi ने अपना पहला smart phone रिलायन्स jio आने से पहले ही लॉन्च कर दिया था। सभी चाइनीस कंपनियों ने सुरुआत में अपने mobile ऑनलाइन बेचना शुरू किया जिससे कि बहुत कम दाम पर लोगो को 4G हैंडसेट मिल सके। तब भी micromax अपने mobile ऑफ लाइन ही बेच रहा था जिससे उसकी mobile कॉस्ट अधिक हो रही थी। ऐसे में कोई भी 3G smart phone अधिक कीमत पर खरीदने को तैयार नहीं था।सुरवात से ही micromax mobiles कम्पनी ने अपने प्रोडक्ट क्वालिटी पर ध्यान नहीं दिया उनका फोकस सिर्फ कम कीमत पर अधिक mobile बेचने पर रहा। micromax एक ट्रेडिंग कम्पनी की तरह कार्य कर रही थी। micromax चाइना से अपने mobiles मेनेफेक्चरिंग करवाती थी और रीब्रान्डिंग करके मार्केट में बेचा करती थी। low internal memory और software updates ये दोनों ही micromax mobile की सबसे बड़ी कमी थी। ऐसे में चाइनीस कंपनियों के आने से micromax mobiles को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। xiomi, oppo, vivo जैसी चाइनीस कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट क्वालिटी पर पूरा ध्यान दिया। रिसर्च एंड डेवलोपमेन्ट की नीति से कार्य किया। शुरुआत से ही कम कीमत पर अच्छा प्रोडक्ट देने की कोशिश करते रहे जिससे जल्द ही सभी चाइनीस कंपनियों ने micromax mobile के ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया।


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