Hello दोस्तों कैसे है आप सभी? आज हम बात करने वाले हैं दुनिया की सबसे पसंदीदा mobile कम्पनी BlackBerry के बारे में। कैसे BlackBerry mobiles अपनी शुरुआत के साथ ही शिखर पर पहुँच गयी और एक समय ऐसा आया जब BlackBerry हाथ में होना एक स्टेट्स सिंबल्स माना जाता था। लेकिन क्या हुआ जिसकी वजह से इतने सालों से सबकी पसंदीदा चल रही BlackBerry आज बन्द होने की कगार पर है।चलिए BlackBerry mobiles के शुरुआत से अब तक के सफर पर चलते हैं।
BlackBerry की शुरुआत-
कभी एक ऐसा भी समय था जब एक ईमेल चेक करने के लिए भी किसी व्यक्ति को computer की जरूरत पड़ती थी। हालांकि आज यह काम smart phone के जरिए बड़े आराम से हो जाता है। लेकिन तब हमारे पास smart phone नाम की चीज फोनों में नही हुआ करती थी और सब dailpad वाले phone ही यूज़ किया करते थे।
सन 1989 मैकेलेजेट्रीयस एंड टोकल्स रिकिन मिलके पहले एक इलेट्रॉनिक और computer साइंस के बिज़नेस की तरह Ontario में रिसर्च एंड मोशन RIM ने एक नेटवर्क बनाया जिसका नाम RIM gate रखा गया था।
1992 में जिमपाल सिली ने RIM को जॉइन किया और RIM के Ceo बन गए और उनके द्वारा RIM कम्पनी में भारी इन्वेस्टमेंट किया गया जिससे सन 1994 में RIM ने एक ऐसी चीज निकाली कार्ड के दौर में जो डेबिट और क्रेडिट ट्रांजेक्शन करती थी सीधा बैंक के साथ।
सन 1995 में RIM ने अपना खुद का नेटवर्क मोडियम बनाया ईमेल भेजने और पाने के लिए। सन 1999 में अपना नाम बदलकर BlackBerry रखा और एक ऐसा phone बनाया जिससे लोग वायरलेस ईमेल दुनिया भर में भेज सकते थे।
BlackBerry के famous होने का कारण-
BlackBerry ने शुरुआत से ही 3 चीजो को ध्यान में रखकर mobile बनाना शुरू किया जिनमे नेटवर्क, डिवाइस और एक ऐसा सीक्रेट सॉफ्टवेयर था जो दो लोगो को जोड़ने में मदद करता था।
जिस दौर में बड़ी mobile कंपनिया वायरलेस phone बनाने की कोशिश में लगी थी। तब तक दुनिया धीरे धीरे इंटरनेट की तरफ बढ़ रही थी।
लोग अब computer और ईमेल का इस्तेमाल ज़्यादा करने लगे थे लेकिन उस वक़्त इंटरनेट बहुत महंगा हुआ करता था। phone पर इंटरनेट का उपयोग और भी अधिक महंगा हो जाता था। इसलिए सभी phone मेकर कम्पनी सिर्फ कालिंग वाले phone बनाने में लगी हुई थी वही दूसरी ओर BlackBerry लोगो को इंटरनेट से जोड़ना चाहती थी।
इसलिए उन्होंने ऐसे phone के बारे मे सोचना शुरू किया जिसके जरिए डेटा को छोटे छोटे टुकड़ों में आगे भेजा जा सके।
BlackBerry की सोच अन्य सभी से बिल्कुल अलग थी। कई सालों की मेहनत और रिसर्च के बाद साल 2000 में BlackBerry ने RIM 957 को लॉन्च किया।
BlackBerry के इस phone ने लॉन्च के साथ ही सबको हैरान कर दिया। ईमेल,स्क्रीन और क्वर्टी कीबोर्ड ने लोगो को दीवाना बना दिया। इस फ़ोन से अब लोग ईमेल भी कर सकते थे। ईमेल से जुड़कर BlackBerry ने खुद को मार्केट की अन्य mobile कंपनियों से बिल्कुल अलग कर लिया था।
कॉरपोरेट वर्ड के लोगो के लिए तो BlackBerry एक ऐसा phone था जिसने उनके जीने का तरीका ही बदल दिया था। इसके साथ वे कहि से भी काम कर सकते थे। अपने पहले phone से मिली सक्सेस के बाद अब BlackBerry अपने phone के फंक्शन पर अधिक ध्यान देने लगी। BlackBerry ने यह समझ लिया था कि यदि लोगो को अपनी तरफ लाना है तो नए फ़ीचर्स लाना जरूरी है। इसके बाद BlackBerry ने वो दौर शुरू किया जिसमें लोग आगे चलकर phone को smart phone कहने लगे। अपने हर नए मॉडल के साथ BlackBerry नए फंक्शन देने लगा।
इसके बाद BlackBerry ने अपना दूसरा phone बाजार में BlackBerry5810 के नाम से उतारा जिसमें ईमेल के साथ साथ कालिंग का फंक्शन भी दिया गया।
BlackBerry लोगो की डिमांड को समझ चुका था इसलिए उन्होंने अपना पहला कलर phone BlackBerry7230 बाजार में उतार दिया था जिसको लोगो द्वारा खूब पसंद किया गया।
BlackBerry ने airtel के साथ मिलकर भारत में भी अपने नए नए मॉडल लॉन्च किए। भारत में लॉन्च के साथ ही BlackBerry ने अपनी एक अलग ही पहचान बना ली थी बिज़नेस क्लास लोगो ने BlackBerry को खूब पसंद किया। शुरुआत के समय में ईमेल और इंटरनेट जैसे फ़ीचर्स ने BlackBerry को बहुत फेमस बना दिया था लेकिन अब बात थी कुछ नया करने की। इसलिए भारत में आने पर साल 2004 में BlackBerry ने BBM नाम की अपनी इंस्टिंग मैसेजिंग शुरू कर दी।
BBM फ़ास्ट था,सिक्योर था और नार्मल मैसेजिंग से बहुत अच्छा था। BBM के साथ ही BlackBerry ने भारत में भी अपने कदम जमा लिए थे। अब BlackBerry बिज़नेस क्लास लोगो के साथ साथ नार्मल लोगो के लिए भी phone लाना चाहती थी इसलिए BlackBerry ने curve सीरीज के phone बाजार में उतार दिए। इनकी कीमत अन्य BlackBerry के mobiles की तुलना में कम रखी गई ताकि स्टूडेंट्स भी इनको आराम से खरीद सके।
स्टूडेंट्स को यह BlackBerry curve कॉफी पसन्द आया। BlackBerry और BBM ने मिलकर भारत में अपनी अलग पहचान बना ली थी और इस प्रकार BlackBerry ने पूरे विश्व के साथ साथ भारत में भी बहुत ज़्यादा प्रसिद्धि प्राप्त कर ली थी।
BlackBerry के downfall का कारण-
कई सालों से BlackBerry एक ही डिजाइन के phone बना रही थी जो लोगो के लिए पुराना हो चुका था। phone मार्केट एक बार फिर से बदलने की कगार पर था। लेकिन इस बार BlackBerry को खबर तक नहीं थी।
साल 2007 वह समय था जब धीरे धीरे BlackBerry का पतन शुरू हो गया था क्योंकि मार्केट में आकर्षण टच स्क्रीन apple का iphone आ चुका था।
iphone ने आते ही मार्केट को कुछ इस तरह बदला की BlackBerry का साम्राज्य पूरी तरह से हिल गया। apple के iphone में एक ही डिवाइस में वेब ब्राउजर, म्यूजिक प्लेयर और मीडिया डिवाइस बना दिया था।
लोग तुरन्त BlackBerry को छोड़ iphone की तरफ स्विच होने लगे। टच स्क्रीन आने के बाद से लोगो को कीपैड वाले BlackBerry आउटडेटेड लगने लगे थे।
BlackBerry कभी नही समझ पाया कि बिज़नेस क्लास लोग नही बल्कि नार्मल लोग ही smart phone रेवोल्यूशन को आगे बढ़ाने वाले हैं।
BlackBerry बिज़नेस कस्टमर के लिए phone बनाता था वो एंटर प्राइस सेगमेंट पर फोकस करता था। उस समय तक BlackBerry अपने कीबोर्ड के लिए फेमस था उसमें तेजी से टाइपिंग की जा सकती थी। पर जब apple का iphone आया तो लोगो ने पाया कि टचस्क्रीन से भी उतनी ही जल्दी टाइप किया जा सकता है।
हालांकि फिर भी BlackBerry ने अपने पुराने डिज़ाइन को ही चलाते रहना सही समझा। वही दूसरी तरफ apple का iphone मार्केट में अपनी पकड़ बनाता जा रहा था। iphone के पास अच्छा लुक्स और फ़ीचर्स था।
हर उर्म के लोगो का ध्यान iphone ने अपनी तरफ आकर्षित किया। कुछ समय बाद ही BlackBerry न सिर्फ लुक्स में बल्कि फ़ीचर्स में भी पिछड़ने लगा था। धीरे धीरे sumsung, Htc जैसी बड़ी कंपनियों ने भी टचस्क्रीन phone बनाना शुरू कर दिया था। टच स्क्रीन में स्क्रीन काफी बड़ी थी जिससे कि वह phone बहुत सुंदर लगते थे।
BlackBerry के phone में कोई ऍप्स नही हुआ करती थी न ही उसने कोई हार्डवेयर पर ध्यान दिया न ही कोई नया ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया और न ही एंड्राइड सिस्टम अपने phone में लेकर आए।BlackBerry को हमेशा यही लगता रहा कि वो मार्केट लीडर है तो लोग उनका ही phone लेना पसंद करेंगे।वही दुसरी तरफ apple के पास बहुत बढ़िया app store था। एंड्राइड ने भी लोगो मे अपनी अच्छी पकड़ बना ली थी।
iphone से अलग एंड्राइड smart phone काफी सस्ते भी थे जो लोग iphone न खरीद सके उनके लिए यह अच्छा विकल्प बना। इसके बाद तो smart phone पूरी तरह से टच स्क्रीन पर काम करने लगा। जब तक BlackBerry अपना पहला टच स्क्रीन phone लाए मार्केट से उनका नाम हट चुका था। लोग भूल चुके थे कि BlackBerry नाम की भी कोई कम्पनी थी।
इसके बाद थोड़े ही समय में facbook और whatsapp ने मिलकर BBM का भी खात्मा कर दिया। BlackBerry को यह समझने में बहुत देर लगी कि smart phone केवल कॉम्युनिकेशन डिवाइस नही बल्कि एक एंटरटेनमेंट डिवाइस भी है।
BlackBerry इसलिए फेमस हुआ क्योकि उनका ईमेल फीचर काफी इनोवेटिव था लेकिन जब दूसरी कंपनियों ने इनोवेशन करना शुरू किया तो BlackBerry ने इनोवेशन करना ही छोड़ दिया। बाकी सभी phones इसलिए फेमस होने लगे क्योकि उनमे कई काम किये जा सकते थे तब भी BlackBerry बस यही कहकर खुद के phone बेच रहा था कि हमारा फ़ोन सिक्योर है इससे आप ईमेल भेज सकते हैं इसके आगे वो बड़े ही नही।
BlackBerry में कोई इनोवेशन नही था ना ही कोई कैमरा क्वालिटी थी तब भी यह phone काफी महंगा हुआ करता था। देखते ही देखते BlackBerry का बनाया हुआ साम्राज्य पूरी तरह गिरने लगा था हाल यह हुआ कि कम्पनी उससे उभर नही पाई।
BlackBerry ने एंड्राइड के साथ मिलकर भी phone बनाए मगर वह भी नहीं चले। एक टाइम था जब BlackBerry के 80 मिलियन से भी ज़्यादा यूजर थे और अब हालत यह है कि उनके पास1 मिलियन से भी कम यूजर हैं।
BlackBerry को भी अब यह समझ आ गया था कि टेक्नोलॉजी फील्ड में चाहे कंपनी कितनी ही बड़ी हो मगर आप इनोवेट नही करोगे तो आप डूब जाओगे।
इसके साथ ही साल2015 में BlackBerry ने यह ऐलान किया कि अब वह smart phone नही बनाएगी। इसके बाद BlackBerry ने अपने काफी शेयर दूसरे इन्वेस्टर को बेच दिए।
साल 2017 में BlackBerry सिर्फ 2 लाख phone ही मार्केट में बेच पाई इसके बाद उनको भी समझ आ गया कि अब वो पुराने हो चुके हैं साल 2017 में BlackBerry ने यह तक कह दिया कि 2019 तक उनका app store भी बंद हो जाएगा। अब देखना यह है कि क्या फिर से एक बार BlackBerry कुछ नया करता है या फिर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
दोस्तों आपको मेरी यह जानकारी कैसी लगी।कमेंट जरूर करें। यदि अच्छी लगी हो तो अपने social media account पर जरूर sare करे। पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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Mobile Company
Hi
ReplyDeleteHello
ReplyDeleteNice information
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