मोबाइल फ़ोन का परिवार में महत्त्व-
हमारे छोटे होते हुए परिवारों के बीच Mobile उस बच्चे की तरह है, जिसको बिना किसी परेशानी के भी बार बार संभालना पड़ता हैं, कि कही उसको कोई परेशानी तो नही हो रही ना।अब तो जब भी पूरा परिवार साथ बैठता है ,तो समझो सभी के Mobile की बेटरी चार्ज है।
कुछ समय पहले तक तो परिवार का मुखिया वही समझा जाता था, जिसके पास Mobile में नेट बैलेंस और फ्री कॉल सुविधा उपलब्ध हो, बाकी सभी लोग उसको उतना ही सम्मान देते थे जितना कि आज फ्री हॉटस्पॉट को दिया जाता है।
धीरे धीरे समय बदल रहा हैं।परिवार में सदस्य यदि पांच है तोMobile भी पांच ही होने चाहिये वरना कायदा कानून तो आजकल पैदा होता हुआ बच्चा भी समझने लगा है ।
भेद भाव का दावा करके सबको अंदर भी करवा दे कोई बड़ी बात नही। परिवार में बच्चा पैदा होने की ख़ुशी कम और नया Mobile फोन लाने की ख़ुशी ज्यादा दिखाई देती है। जब तक सभी रिस्तेदारो को नए फ़ोन की खुशखबरी ना दी जाए लगता ही नही घर मे खुशिया आयी है। वैसे मेरे परिवार के लोगो मे सबका अपना अपना Mobile का बहुमूल्य उपयोग है। आपको यह सुनकर भी आश्चर्य होगा कि Mobile इन सभी काम मे भी आ सकता है,घर के छोटे बच्चों के लिए Mobile उस देवता के समान है जिनके दर्शन मात्र से ही बहता आँसू रुक जाए। परिवार की महिलाओं को लगता है कि Mobile वो सहेली है जो हमेसा बिना बोले सिर्फ उनकी ही सुनती रहेगी। पिताजी के लिए Mobile ऐसा हो चुका है ,जैसे किसी दसवीं पास को बेचलर की डीग्री मिल गयी हो।और दादाजी जिनको इस पापी दुनिया के मोह माया से कोई लेना देना ही नही था,वो भी अब तो बिना ब्रेक के पूरी फिल्म चश्मे चढ़े आँखों से देख लिया करते हैं।
सच तो यह है ,कि सब जमाने के साथ चलने लगे हैं। अगर आज भी कोई बिना Mobile नज़र आए तो समझना कि वो इस आधुनिक युग का वही कबूतर हैं जिसका काम बहुत पहले संदेश यहां वहां ले जाने का हुआ करता था। इसलिए कबूतर बन के जीने की जगह परिवार में सब बाज़ बनकर उड़ना पसन्द करते हैं।
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Mobile story
Friends, tell me who is fond of using mobile most in your family
ReplyDeleteMy brother
ReplyDeletenice msg
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